शेख हसीना की वापसी: क्या फिर संभालेंगी बांग्लादेश ?

शेख हसीना update 2025: पिछले साल अगस्त में छात्रों के नेतृत्व में हुए हिंसक प्रदर्शनों के चलते हसीना को सत्ता से हटाना पड़ा, जिसके बाद वह भारत में निर्वासन का जीवन जी रही हैं। Sheikh Hasina के निकटतम सहयोगी ने उनकी वापसी की उम्मीद व्यक्त की है। डॉ. रब्बी आलम, United States(यूएस) अवामी लीग के उपाध्यक्ष, ने कहा कि देश की युवा पीढ़ी ने गलती की है। ये उनकी गलतियों में से नहीं है, आपकी झूठ बोल गई है। Hasina अपने पद पर वापस आ रही हैं।

पीएम मोदी को धन्यवाद : डॉ. रब्बी आलम ने शेख हसीना को भारत में शरण देने के लिए भारतीय सरकार और पीएम मोदी को शुद्ध हृदय से आभार व्यक्त किया है, इसके साथ आलम ये भी कहा कि भारत ने बांग्लादेश के कई नेताओं को भी शरण दी है

शेख हसीना : 2024 घटनाक्रम पर एक नज़र

2009 से, शेख़ Hasina बांग्लादेश की सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाली प्रधानमंत्री हैं। उनके नेतृत्व में बांग्लादेश ने कई आर्थिक और सामाजिक बदलाव देखे हैं, लेकिन विपक्ष ने उन पर सत्तावादी नीतियों को अपनाने और लोकतंत्र को कमजोर करने का आरोप लगाया है। 2023 में, छात्रों और विपक्षी संगठनों ने व्यापक विरोध प्रदर्शन शुरू किए, जिसमें सरकार से बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और कथित भ्रष्टाचार के मुद्दों पर सवाल उठाए गए।

पिछले साल विरोध प्रदर्शनों ने हिंसक रूप ले लिया और परिस्थिति इतनी बिगड़ गई, जिस कारण बांग्लादेशी सेना को बीच-बचाव करना पड़ा। आखिरकार सत्ता से हटना पड़ा और निर्वासन का रास्ता चुनना पड़ा। तब से वह भारत में रह रही हैं और अब उनकी वापसी चर्चा का विषय बन गई है।

शेख हसीना : आगामी चुनाव और चुनौतियाँ

Bangladesh में आगामी आम चुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल तेजी से चल रही है। Sheikh की वापसी पर कई प्रश्न उठ रहे हैं। एक ओर, उनकी सरकार के समर्थक उन्हें एक अनुभवी और सक्षम नेता मानते हैं, जिन्होंने देश को स्थिरता और प्रगति की ओर बढ़ाया है। दूसरी ओर, विरोधी पक्ष ने उन पर सत्ता का दुरुपयोग करने और लोकतांत्रिक सिद्धांतों को तोड़ने का आरोप लगाया है।

देश में मानवाधिकारों के मुद्दों, बढ़ती महंगाई और बेरोज़गारी से भी लोग असंतुष्ट हैं। विपक्षी पार्टी, Bangladesh नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी), इस बार चुनाव में बड़ी चुनौती देने के लिए तैयार है। हसीना की लोकप्रियता और उनकी सरकार द्वारा किए गए विकास के कारण वह अभी भी मजबूत दिखाई देती है।

क्या फिर बनेगी सरकार शेख़ हसीना की ?

शेख़ की वापसी उनकी पार्टी के आगामी चुनाव में जीतने पर निर्भर करेगी। यदि वह चुनाव जीतती हैं, तो Bangladesh की राजनीति को और अधिक स्थिरता मिल सकेगी। लेकिन Bangladesh में एक नया राजनीतिक समीकरण बन सकता है अगर विपक्षी पक्ष मजबूत होता है।

Conclusion : बांग्लादेश की राजनीति में  शेख़ Hasina की वापसी एक महत्वपूर्ण विषय गया है है। विरोधी उन्हें लोकतांत्रिक मूल्यों के हनन का आरोप लगाते हैं, लेकिन उनके समर्थक उन्हें देश की प्रगति का प्रतीक मानते हैं। यह आगामी चुनाव ही निर्धारित करेगा कि हसीना एक बार फिर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री होंगी या सत्ता बदल जाएगी। लेकिन यह स्पष्ट है कि यह चुनाव बांग्लादेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाएगा।


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